हाल ही में सोनीलिव पर रिलीज हुई वेब सीरीज “36 डेज” सुर्खियों में है. ये सीरीज एक हत्या के रहस्य के इर्द-गिर्द घूमती है और दर्शकों को रोमांचक सफर पर ले जाती है. आइए जानते हैं कैसी है ये सीरीज और देखनी चाहिए या नहीं.
कहानी का ताना-बाना
“36 डेज” की कहानी गोवा के खूबसूरत शहर वास्कोडिगामा में स्थित है। कहानी का केंद्र एक शांत रेजीडेंट सोसाइटी है, जो समंदर के किनारे हरियाली से घिरी हुई है। इस सोसाइटी में पांच विला हैं और इनमें चार परिवार रहते हैं।
चार परिवार, चार कहानियां:
- डॉ. ऋषिकेश जयकर (पूरब कोहली) और राधिका जयकर (श्रुति सेठ): ऋषिकेश एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं और राधिका एक गृहिणी। दोनों एक खुशहाल शादीशुदा जोड़े हैं, लेकिन उनकी जिंदगी में कुछ राज भी हैं।
- ललिता (अमृता खान्विल्कर) और विनोद (शारिब हाशमी): ललिता हाई सोसाइटी में खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रही है, जबकि विनोद एक साधारण शख्स है। दोनों की शादी में कई उतार-चढ़ाव हैं।
- डेंजिल मचाडो (केनी देसाई) और विनायफर मचाडो (शरनाज पटेल): डेंजिल एक ईसाई परिवार के मुखिया हैं, जबकि विनायफर एक मानसिक रूप से अस्थिर महिला है। उनकी बेटी की मृत्यु के बाद से विनायफर का व्यवहार अजीब हो गया है।
- टोनी वालिया (चंदन रॉय सान्याल) और सिया (चाहत विग): टोनी एक अय्याश और रंगीन मिजाज व्यक्ति है, जबकि सिया एक महत्वाकांक्षी महिला है। दोनों की शादी में कई समस्याएं हैं।
पाँचवीं विला की रहस्यमयी मेहमान: इन चार परिवारों के अलावा, पांचवीं विला में एक खूबसूरत और आकर्षक एयर होस्टेस, फराह जैदी (नेहा शर्मा) रहने आती है। फराह के आने से सभी के जीवन में उथल-पुथल मच जाती है। वह सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लेती है।
एक हत्या, कई सवाल: एक सुबह फराह की हत्या कर दी जाती है। उसकी हत्या के पीछे कौन है? किसने उसे मारा? फराह अकेली क्यों रहती थी? वह वहां किस मकसद से आई थी? “36 डेज” इन सभी सवालों के जवाब ढूंढने की कहानी है। यह कहानी रहस्य, रोमांच और ड्रामा से भरपूर है। दर्शकों को बांधे रखने के लिए कहानी में कई ट्विस्ट और टर्न भी हैं।
किरदार और एक्टिंग
“36 डेज” में सभी कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है, लेकिन कुछ कलाकारों का अभिनय दर्शकों पर खासा प्रभाव डालता है।
शरनाज पटेल: शरनाज पटेल ने विनायफर (विन्नी) का किरदार निभाया है, जो सीरीज के सबसे दिलचस्प किरदारों में से एक है। विन्नी एक मानसिक रूप से अस्थिर महिला है, जिसकी बेटी की एक दुर्घटना में मौत हो जाती है। इस हादसे के बाद से उसका व्यवहार अजीब हो जाता है। विन्नी बेकिंग की शौकीन है और अक्सर अपने पड़ोसियों को केक देती रहती है। शरनाज पटेल ने विन्नी के किरदार में पागलपन और उदासी दोनों को बखूबी दर्शाया है।
नेहा शर्मा: नेहा शर्मा ने फराह/सुहाना मोहन का किरदार निभाया है। फराह एक ग्लैमरस और रहस्यमयी महिला है जो बदला लेने के लिए गोवा आती है। कहानी के सस्पेंस को बनाए रखने में फराह का किरदार अहम भूमिका निभाता है। नेहा शर्मा ने फराह के किरदार में अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है।
चंदन रॉय सान्याल: चंदन रॉय सान्याल ने टोनी वालिया का किरदार निभाया है, जो एक रंगीन मिजाज और अय्याश व्यक्ति है। टोनी समाज में अपनी स्थिति का फायदा उठाता है और अक्सर गलत काम करता है। चंदन रॉय सान्याल ने टोनी के किरदार को बखूबी निभाया है और दर्शकों को उनसे नफरत भी होती है और प्यार भी।
सुशांत दिवगीकर: सुशांत दिवगीकर ने तारा का किरदार निभाया है, जो एक ट्रांसजेंडर महिला है। तारा एक दयालु और मददगार महिला है जो अक्सर फराह की मदद करती है। सुशांत दिवगीकर ने तारा के किरदार में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया है।
अन्य कलाकार: पूरब कोहली, श्रुति सेठ, केनी देसाई और फैसल राशिद ने भी सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। इन सभी कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों को जीवंत कर दिया है।
कहानी की रफ्तार
सीरीज की शुरुआत थोड़ी धीमी है और दर्शकों को कहानी से जुड़ने में थोड़ा वक्त लग सकता है. हालांकि, चौथे एपिसोड के बाद कहानी में थोड़ा तनाव और रोमांच आ जाता है. लेकिन फिर भी कहानी में कई ऐसे ट्विस्ट एंड टर्न्स नहीं हैं जो दर्शकों को चौंका दें.
निर्देशन और स्क्रीनप्ले
निर्देशन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाता है और एक्शन सीन्स भी कुछ खास नहीं हैं. वहीं, स्क्रीनप्ले भी कुछ हिस्सों में थोड़ा ढीला लगता है.
कुल मिलाकर
“36 डेज” एक औसत दर्जे की वेब सीरीज है. ये सीरीज किसी शानदार कहानी या चौंकाने वाले खुलासों का वादा तो नहीं करती, लेकिन फिर भी ये हल्का-फुल्का मनोरंजन जरूर देती है. अगर आप एक रहस्य-रोमांच से भरपूर सीरीज देखने के मूड में हैं, तो “36 डेज” को एक मौका दे सकते हैं, लेकिन ये ध्यान रहे कि ये सीरीज किसी मास्टरपीस के तौर पर याद नहीं रहने वाली.